अकेलेपन के दंश से बचने के लिए मनुष्य क्या नहीं कर बैठता है किंतु यदि गलत लोगों के फंदे में फंस जाए तो कुछ ऐसी ही घटना सामने आती है
घटनाक्रम उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की कोतवाली कर्नलगंज के ग्राम पाल्हापुर का है जहां रहने वाली साधना सिंह द्वारा पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि उसके चचिया ससुर दिनेश सिंह की शादी नहीं हो रही थी तथा वे अकेले रह कर ट्रैक्टर चला कर अपना जीवन यापन कर रहे थे और उनके नाम पर एक कीमती भूखंड भी था उस भूखंड पर गांव के ही रहने वाले एक दंपति की लालची नजर लगी हुई थी जिसे हड़पने के लिए पहले तो दंपति ने षड्यंत्र रचते हुए दिनेश सिंह के साथ अच्छी जान पहचान बढ़ाई फिर उन उनसे कहा कि वे लोग उनकी शादी करवा देंगे किंतु उसमें ढाई लाख रुपया खर्च होगा तब दिनेश सिंह ने अपनी सड़क किनारे की एक कीमती जमीन बेच कर उन्हें ढाई लाख रुपए दे दिए लेकिन रकम देने के 15 दिन बीत जाने पर भी जब दंपति ने दिनेश की शादी नहीं करवाई तब दिनेश ने उन लोगों से अपने पैसे वापस मांगे तो महिला ने उसे प्रेमजाल में फंसा लिया और अपने साथ रहने का प्रस्ताव दिया दिया जिस पर स्त्री के मोहपाश में फंसकर दिनेश राजी हो गया अब अपने काम से ट्रैक्टर ले कर सीधे उस महिला के घर ही जाने लगा कुछ महीने बीतने के बाद ही दोनों पति पत्नी ने जब मामले को पुराना होता हुआ देखा तो 11 मार्च को दिनेश को अपने घर से दूध से मक्खी की तरह बाहर निकाल दिया अब तक दिनेश भी सारी कहानी समझ चुका था कि अब उसका पैसा डूब चुका है और अब वह वापस नहीं मिलेंगे पैसे वापस ना मिलते देख दिनेश गहरे अवसाद में आ गया और उसने पेड़ में फंदा लगा कर फांसी लगा ली दिनेश के परिजनों ने पति पत्नी पर आरोप लगाया है कि उन दोनों पति-पत्नी ने पैसों के लालच में दिनेश को फांसी लगाने पर मजबूर किया परिजनों का आरोप है कि उन्होंने कोतवाली कर्नलगंज में तहरीर दी मगर पुलिस ने उदासीन रवैया अपनाते हुए कोई कार्रवाई नहीं की जिस पर कोतवाल निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है अगर ऐसा कुछ है तो सख्त और विधिक कार्रवाई की जायेगी उधर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने भी प्रभारी निरीक्षक कर्नलगंज कोतवाली को इस मामले में शीघ्र ही विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए ।
स्रोत– इंटरनेट मीडिया
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