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बाराकोली वन रेंज के शक्तिफार्म वन चौकी में करीब 25 अस्थाई वन कर्मी पिछले 11 माह से वेतन न मिलने से परेशान होकर‌ आज शक्तिफार्म वन चौकी में धरने पर बैठने को हुए मजबूर।

वनों को आग लगने से बचाने, वन तस्करों से कीमती जंगल की लकड़ी को बचाने तथा अन्य अपराधों से जंगलों की रक्षा करने वाले अस्थायी वन श्रमिक पिछले 11 माह से वेतन न मिलने के कारण अपने परिवारों के भरण पोषण की समस्या से गंभीर रूप से त्रस्त हो गए है मजबूर होकर इनको धरने के लिए विवश होना पड़ा
बाराकोली वन रेंज में 25 अस्थाई श्रमिक तैनात हैं इन श्रमिकों के सामने जंगलों को आग से बचाने, तस्करों से बचाने और जंगली जानवरों से लोग की रक्षा करने की अहम जिम्मेदारी हैं और यह हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं इसके बावजूद भी यह पिछले 11 माह से वेतन न मिलने के कारण अपने परिवार का भरण पोषण करने में असमर्थ हो गए हैं हर महीने इनको यही आस रहती है कि इस बार इनका वेतन मिल जाएगा इसी आशा में इन्होंने 11 महीने निकाल दिए लेकिन अब इनके परिवार की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है अस्थाई श्रमिकों ने बताया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को अपनी परेशानियां बताकर भी वेतन की मांग की गई लेकिन इनकी मांगों को आज तक पूरा नहीं किया।
इनका कहना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति को देखकर वे धरने पर बैठने को मजबूर हो गए हैं
धरने पर बैठने वाले श्रमिकों में महेंद्र सिंह, मंगल सिंह, निधि राय, दीपक आचार्य, सुबेग सिंह, हरदेव सिंह, राजेश कुमार, गुरनाम सिंह, चेतराम कश्यप, गुरमेश सिंह, चंदन राणा, हर्षित, सुखदेव सिंह, मनिंदर सिंह, दिलीप सिंह, माधव सिंह, करनजीत सिंह, कन्हैया हजरा, अरविंद विश्वास, राकेश, मिनरल विश्वास, नीतीश, सोनू सिंह, रामजनम, नानक सिंह, कमाल खां तथा अश्विनी, दुर्गापाल शामिल थे

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