जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तब इस देश और समाज का क्या होगा यह एक बहुत ही विचारणीय प्रश्न है जब बाड़ ही खेत को खाने लगे तब इस समाज को बचाना बड़ा मुश्किल हो जाता है ऐसा ही कुछ इस घटना से प्रतिबिंबित होता है
हल्द्वानी
एक संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ संरक्षण गृह की महिला कर्मचारियों की ही मिलीभगत से दुष्कर्म का मामला सामने आया है जहां इन कर्मचारियों के द्वारा ही नाबालिग को अन्य स्थान पर एक मकान में ले जाकर दुष्कर्म के लिए मजबूर किया जाता था इस कृत्य की जिम्मेदार दो महिला कर्मचारी समेत अन्य के खिलाफ पुलिस ने पॉक्सो व अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
घटना कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी की है जहां पिछले दिनों संरक्षण गृह मैं एक नाबालिग बालिका ने संरक्षण गृह के निरीक्षण को पहुंची एक न्यायिक अधिकारी के समक्ष अपनी पीड़ा को रो-रोकर बताया तब इस सारे मामले का जाकर खुलासा हुआ सीडब्ल्यूसी के सदस्य रविंद्र रौतेला ने संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर देते हुए बताया कि ये महिला कर्मचारी 15 वर्षीय नाबालिग बालिका को केंद्र के बाहर कहीं अन्य जगह पर मकान में ले जाया करती थी जहां उसके साथ कुछ लोगों द्वारा दुष्कर्म किया जाता था बालिका द्वारा विरोध किए जाने पर उसे मारा पीटा और धमकाया जाता था रात्रि में मौजूद पुलिस अधिकारी अंकुर सिंह ने बताया कि सूचना के आधार पर कोतवाली हल्द्वानी में आरोपी कर्मचारी दीपा और गंगा समेत अन्य अज्ञातों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 328 और 376 के अलावा 501 3/4 तथा 16/17 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है उन्होंने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराए जाने के साथ ही जांच महिला सब इंस्पेक्टर ज्योति कोरंगा को सौंप दी गई है।
फोटो –साभार गूगल
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