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मुरादनगर/गाजियाबाद

अवैध नशे के काले धंधे में अब महिलाओं का दखल भी काफी बढ़ता जा रहा है इसे भौतिक सुविधाओं की चाहत कहें या पैसे का लालच जिसके लिए आज समाज और नौनिहालों का भविष्य गर्त में डालने का कार्य नशे के सौदागर कर रहे हैं ।

बीते शुक्रवार को पुलिस कमिश्नरेट क्राइम ब्रांच गाजियाबाद द्वारा ऐसे ही नशे के सौदागरों को तस्करी कर लायी जा रही लगभग 2.5 करोड रूपये की एक करोड़ रुपए की एक किलोग्राम अफीम तथा तेरे किलो चरस के साथ 05 अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है ।

    आपको बता दें कि गाजियाबाद के थाना मुरादनगर क्षेत्र से नशीले मादक पदार्थो की तस्करी में लंबे समय से लिप्त पांच अंतर राज्य मादक पदार्थों के तस्करों को गिरफ्तार किया है जिनमें1पुरुष एवं चार महिलाएं हैं। गिरफ्तार तस्करों के  कब्जे से 13 किलोग्राम नाजायज चरस व 01 किलोग्राम अफीम बरामद हुई है । 

अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि उनके द्वारा ये मादक पदार्थ चरस और अफीम नेपाल से बिहार होते हुए अवैध तरीके से तस्करी कर लायी जा रही थी । अभियुक्तों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई ।

   पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने खुद को सुगौली मोतीहारी, बिहार के रहने वाला बताया है, जो कि नेपाल बार्डर के पास स्थित है।

 तस्करों ने बताया कि नेपाल के रहने वाले सुनित नामक व्यक्ति से माल लेकर आते है । कभी-कभी सुनित भी  नेपाल से माल लाकर हमें देता है। अधिक मुनाफा कमाने के लिए हम लोग माल (मादक पदार्थों) की डिलीवरी हम लोग खरीददार पार्टियों को उनके बताये स्थान पर ले जाकर डिलीवरी देते है। माल की डिलीवरी देने पर हर बार हमें 12-12 हजार रूपये प्रति किलो अलग से सुनित से मिलते है। एन0सी0आर0 क्षेत्र गाजियाबाद, सहारनपुर व दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में माल को बिकवाने वाली पार्टियां भी सुनित ही तलाश करता है तथा हमे डिलीवरी की जगह फोन से बता देता है। हम लोग यह तस्करी बसों व ट्रेनों से करते हैं। ट्रेन में हम जनरल बोगी में बैठते हैं, जिसमें ज्यादा भीड़ होती है और किसी को कोई शक नहीं होता, फिर जहां हमको उतरना होता है, वहां उतरकर पहले 01 व्यक्ति बाहर जाने का रास्ता देख लेता है। उसके बाद हम उसी रास्ते भीड़ में बाहर निकल जाते हैं। जिसको माल देना होता है उसको फोन से बुलाते हैं और एक-दो जगह बदलने के बाद माल की डिलीवरी दे देते हैं। 

सुनिता के लालच देने पर ही हम पिछले 1 वर्ष से अधिक से यह कार्य कर रहे हैं कभी-कभी पैसा हम कैश लेते हैं और कभी-कभी एकाउन्ट में मंगवाते हैं। मादक पदार्थो की तस्करी के बाद जो पैसा हमे माल पहुँचाने का मिलता है उसी से हम अपने शौक पूरे करते है।

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