लालकुआं
आंचल कारखाने में तकनीकी खामी के चलते बीती रात गैस रिसाव होने से कई घंटे दुग्ध उत्पादन बंद रहा जिससे सुबह होने के काफी समय के बाद तक दुग्ध आपूर्ति बंद रही।
आपको बता दें 7 दशक से भी अधिक पुरानी मशीनों से आंचल कारखाने में काम लिया जा रहा है जिसकी परिणीति बीती रात गैस रिसाव होने में हुई हालांकि गैस रिसाब से कोई जनहानि नहीं हुई किंतु लंबे समय तक उत्पादन बंद रहने से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा हालांकि बाद में संघ के कर्मचारियों और अधिकारियों ने कठिन परिश्रम से रिसाव बंद कर पुनः उत्पादन प्रक्रिया चालू की फिर भी जिले एवं क्षेत्र में उपभोक्ता आंचल उत्पादों का इंतजार करते देखे गए।
आपको बता दें की कारखाने में लगी अधिकांश मशीन 70 साल से भी अधिक समय से कार्य कर रही हैं कई दशकों पुरानी मशीनों से यदि यूं ही कार्य लिया जाता रहा तो आने वाले समय में बहुत बड़ी होने वाली दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता यह दुर्घटना संघ के लिए एक चेतावनी है कि यदि शीघ्र ही इन प्लांटों और मशीनों को नहीं बदला गया तो किसी भी बड़ी दुर्घटना के लिए तैयार रहना होगा ।
इस अवसर पर दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा ने इस संकट की घड़ी में साथ देने पर जिले के उपभोक्ताओं को धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
साथ ही मुकेश बोरा ने ऐसे कठिन समय में धैर्य तथा संयम बनाए रखने के लिए दुग्ध संघ के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की भी पीठ थपथपाते हुए उनकी हौसला आफजाई की है
दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा ने बताया की गैस से पीड़ित दोनों व्यक्ति अब स्वस्थ और खतरे से बाहर हैं साथ ही संघ के सामान्य प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह ने भी संघ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा त्वरित गति से स्थिति को नियंत्रण में ले कर पीड़ितों को तुरंत चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने तथा पुनः उत्पादन प्रारंभ करने के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए उनकी पीठ थपथपाई है।
संघ प्रबंधन ने शासन प्रशासन तथा बेस अस्पताल के चिकित्सकों एवं अस्पताल के स्टाफ का पीड़ितों को त्वरित गति से चिकित्सा उपलब्ध कराने पर एवं संघ को सहयोग करने पर उनका भी आभार व्यक्त किया है।
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