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पतंजलि आयुर्वेद की अकड़ टूटी 67 विभिन्न अखबारों में विज्ञापन देकर भ्रामक विज्ञापनों पर मांगी माफी

 

नई दिल्ली

पतंजलि आयुर्वेद द्वारा अपनी दवाइयों के लिए भ्रामक प्रचार के विज्ञापन दिए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाई है पतंजलि आयुर्वेद ने अपनी गलती मानते हुए विभिन्न अखबारों में विज्ञापन जारी करते हुए देश के लोगों से भ्रामक प्रचार के लिए माफी मांगी है।

आपको बता दे की सर्वोच्च अदालत द्वारा फटकार लगाई जाने के बाद पतंजलि की ओर से अदालत में माफीनामा फाइल करते हुए अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा है कि हमने माफी नामा फाइल कर दिया है और विज्ञापन 67 अखबारों में प्रकाशित किया गया है।

जानकारी के अनुसार मंगलवार को पतंजलि विज्ञापन मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान पतंजलि आयुर्वेद के एडवोकेट मुकुल रोहतगी ने जस्टिस हिमा कोहली एवं जस्टिस अमानतुल्लाह की बेंच के सम्मुख कहा है कि हमने माफीनामा फाइल कर दिया है और कोर्ट के मुताबिक पतंजलि की ओर से 67 विज्ञापनों में अखबारों में माफी नाम प्रकाशित करा दिया गया है। मामले की सुनवाई कर रही बेंच ने कहा है कि जैसे आपके विज्ञापन रहते हैं क्या इस विज्ञापन का साइज भी वैसा ही था? इस पर पतंजलि के वकील ने कहा कि नहीं, इसमें बहुत पैसा खर्च होता है कोर्ट ने कहा कि ठीक है। पतंजलि के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा है कि पतंजलि आयुर्वेद ने सोमवार को 67 न्यूज़ पेपरों में अपना माफीनामा प्रकाशित किया है। इस माफ़ीनामें में लिखा गया है कि पतंजलि आयुर्वेद सुप्रीम कोर्ट का पूरा सम्मान करता है। सुप्रीम कोर्ट में हमारे वकीलों ने हलफनामा पेश किया है, उसके बाद हमने विज्ञापन प्रकाशित किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस की कि हम इसके लिए माफी मांगते हैं और भविष्य में हम कभी ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे।

 

Sources internet media

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