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शीघ्र ही नाबार्ड से 80 करोड़ से अधिक की धनराशि प्राप्त होने के बाद दुग्ध संघ की तस्वीर बदलने के असर अब साफ दिखाई दे रहे हैं 50000 लीटर की क्षमता वाला दुग्ध संघ लालकुआं 200000 लीटर की क्षमता वाला संघ हो जाएगा

लालकुआं
आज लालकुआं दुग्ध संघ का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए नाबार्ड तथा कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग की एक टीम संघ परिसर में पहुंची जहां उन्होंने निर्माण के लिए प्रस्तावित भूमि के अलावा प्लांट में जाकर भी निरीक्षण करते हुए संघ की आवश्यकताओं का भी आंकलन किया।

टीम ने बाइजू एन कुरुप सीजीएम एसपीडी नाबार्ड मुंबई के नेतृत्व में संघ कारखाने के सभी प्लांट का गहनता से अवलोकन किया और एक-एक चीज का बारीकी से निरीक्षण किया
इस अवसर पर यूसीडीएफ के एचडी जयदीप अरोड़ा ने बताया कि दुग्ध संघ के भवन तथा मशीनें काफी पुरानी हो गई हैं जिनके नवीनीकरण के लिए प्रस्ताव बनाकर नाबार्ड को भेजा गया जिस पर आज टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया शीघ्र ही धन स्वीकृत होने पर इसका निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।


नाबार्ड के उत्तराखंड प्रभारी विनोद बिष्ट ने बताया की आंचल दुग्ध संघ पिछले लगभग 5 दशकों से सीमित संसाधनों में कार्य कर रहा है पर बढ़ती आवश्यकता एवं दुग्ध आपूर्ति के चलते आज संघ को अपने भवनों एवं मशीनों के आधुनिकीकरण करने के लिए लगभग 80 करोड रुपए से अधिक की आवश्यकता है जो शीघ्र ही प्राप्त होने की संभावना है जिससे दुग्ध संघ की क्षमता 50,000 लीटर से बढ़कर 2 लाख लीटर हो जाएगी।

इस अवसर पर उत्तराखंड डेयरी कोऑपरेटिव फेडरेशन के प्रशासक मुकेश सिंह बोरा ने दुग्ध संघ की कम संसाधनों के चलते हुए भी अच्छी विकास यात्रा तथा आवश्यकताओं के बारे में अतिथियों को अवगत कराया।

इस अवसर पर मदम विक्रमार्जुन एएम एसपीडी नाबार्ड मुंबई, अमित पांडे एजीएम नाबार्ड देहरादून ,निर्माणी कार्यदायी संस्था परियोजना खंड सिंचाई विभाग देहरादून से अधिशासी अभियंता कमल सिंह सजवान तथा अपर सहायक अभियंता अरुण जोशी भी मौजूद थे। दुग्ध संघ की ओर से कारखाना प्रबंधक प्रहलाद सिंह वित्त प्रबंधक उमेश प्रधानी विपणन प्रबंधक संजय भाकुनी सुभाष बाबू सहित अन्य संघ अधिकारी मौजूद थे।

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