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गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे

भारतीय रेल विभाग निरंतर आमजन की आकांक्षाओं के अनुरूप एवं नये भारत के नये विजन को ध्यान में रखते हुये इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार एवं विकास पर तेज गति से कार्य कर रहा है। इसी निरंतरता को बनाए रखने के क्रम में, यात्री जनता की सुविधा एवं परिचालनिक सुगमता हेतु पूर्वोत्तर रेलवे के गोंडा-बुढ़वल खंड (61.72 किमी.) तीसरी रेल लाइन निर्माण के प्रथम चरण में गोंडा कचहरी-करनैलगंज खंड (23.65 किमी.) का कार्य प्रगति पर है। 04 जुलाई, 2024 को रेल संरक्षा आयुक्त इस तीसरी रेल लाइन का निरीक्षण करेंगे तथा स्पीड ट्रायल किया जायेगा।

गोंडा कचहरी-करनैलगंज स्टेशनों के मध्य कुल 04 बड़े एवं 24 छोटे पुल तथा 02 आर.यू.बी. बनाये गये हैं। इसमें कुल 05 स्टेशन हैं, जिसमें गोंडा कचहरी, कठोला, मैजापुर, कस्तूरी एवं करनैलगंज स्टेशन सम्मिलित हैं। इन स्टेशनों में गोंडा कचहरी, मैजापुर एवं करनैलगंज क्रासिंग तथा कठोला एवं कस्तूरी हाल्ट स्टेशन हैं, जिनके लिये अलग से नई स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण किया गया है।
गोंडा कचहरी-करनैलगंज स्टेशनों के मध्य तीसरी रेल लाइन के खुल जाने से लाइन क्षमता में सुधार होने से इस खंड पर जन आकांक्षाओं के अनुरूप अधिक ट्रेनों का संचलन हो सकेगा। गोंडा से बुढ़वल तक तीसरी लाइन बन जाने से यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आयेगी तथा लाइन क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी। आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी तथा क्षेत्र तेजी से विकास की ओर बढ़ेगा। विद्युतीकरण सहित इस तीसरी रेल लाइन का निर्माण होने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
गोंडा-बुढ़वल खंड पर तीसरी रेल लाइन के निर्माण पर रू. 714.34 करोड़ की लागत आयेगी। इस तीसरी रेल लाइन का कार्य चार चरणों में पूरा किया जाना है। परियोजना के द्वितीय चरण में करनैलगंज-घाघरा घाट (21.77 किमी.), तृतीय चरण में घाघरा घाट-बुढ़वल (11.77 किमी.) तथा चतुर्थ चरण में गोंडा जं.-गोंडा कचहरी (4.88 किमी.) खंड का कार्य पूरा करने की योजना है। तीसरी लाइन निर्माण परियोजना उत्तर प्रदेश के गोंडा, बहराइच एवं बाराबंकी जनपदों में अवस्थित है। इस परियोजना के अंतर्गत सरयू नदी पर 01 महत्वपूर्ण रेल पुल सहित 10 बड़े एवं 36 छोटे पुलों का कार्य सम्मिलित है।
यह  सारी जानकारी  पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने दी है।

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