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आज भी कन्याओं के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त लोगों की मानसिकता बदलने का नाम नहीं ले रही है यदि किसी नई बहू के कोख से कन्या का जन्म हो जाए तो आज भी बहुत सारे लोग उसे हेय दृष्टि से देखते हुए प्रताड़ित करते हैं जैसा कि इस घटना में दिखाई दे रहा है

घटना राजस्थान के सिरोही जिले की है जहां रेवदर में रहने वाले एक परिवार में अपनी पुत्रवधू को सिर्फ इसलिए मायके भेज दिया क्योंकि उसने कन्या को जन्म दिया पुत्रवधू को वापस ससुराल ले जाने के लिए ₹20 लाख की डिमांड भी उन्होंने रखी है हालांकि लड़की के पिता ने किसी न किसी प्रकार₹2 लाख की व्यवस्था करके बेटी के ससुराल वालों को दिए किंतु उनका पेट नहीं भरा और उन्होंने बाकी 18 लाख रुपए के लिए पुत्रवधू और उसके मायके वालों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया।

इस मामले में प्रताड़ित विवाहिता मंजू ने अपनी ससुरालयों के खिलाफ आरोप लगाते हुए बताया कि लगभग 12 साल पहले उसका विवाह रेवदर निवासी कमलेश पुत्र धनाराम  के साथ धूमधाम से हुआ था शादी के लंबे समय बाद अब से करीब साढ़े 3 वर्ष पहले जब वह गर्भवती हुई तब वह अपने मायके में डिलीवरी के लिए आई थी जहां उसकी एक बेटी का जन्म हुआ।

बेटी के जन्म के बाद उसके ससुर धना राम, सास गंगा देवी, देवर रमेश ,जैसाराम, ननद पंखू देवी उसके पति के साथ उसके मायके आए और लड़की पैदा करने का ताना मारने लगे और कहने लगे कि तुम्हारी बेटी द्वारा लड़की पैदा करने से हमारे परिवार पर खर्च और बढ़ गया इसलिए अब तुम 20 लाख रुपए  हमको दो जिससे बेटी की शादी में आने वाले खर्च का पूरा हो नहीं तो हम अपने बेटे की दूसरी शादी कर देंगे इस पर मजबूर होकर उसके पिता ने कर्ज लेकर ₹ 2लाख मंजू के ससुराल वालों को दिए जिस पर वह मंजू को लिवाकर ससुराल ले गए।

आपको बता दें कि 15- 20 दिन बाद ही ससुराल वाले मंजू को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे किंतु यातना यहीं पर समाप्त नहीं हुई इसके  कुछ दिनों बाद ही बाकी बची हुई रकम की मांग करने लगे मायके वालों द्वारा पैसे की व्यवस्था न होने पर उसे घर से निकाल दिया और मंजू ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने दूसरी जगह कहीं सगाई कर ली और उसकी शादी की तैयारी चल रही है ।

फिलहाल पुलिस द्वारा मंजू की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस मामले की जांच चल रही है।

 

Sources internet media

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