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लालकुआं: यूं तो देश को आजाद हुए 7 दशक से ज्यादा हो चुके हैं पर सही मायने में आज देश में अपने 3 नए कानून लागू होना भी किसी आजादी से कम नहीं है क्यूंकि अब तक किसी भी अपराध में अंग्रेजों के बनाए कानून के हिसाब से ही सजा का प्रावधान था पर आज से भारत ने 3 नए कानून लागू करके एक नई उपलब्धि हासिल की है।

आज से भारत में आपराधिक न्याय की दिशा में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है। देश में आईपीसी सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नये कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनिमय लागू हो रहे हैं। नए कानून से मुकदमे जल्दी निपटेंगे और तारीख पर तारीख के दिन लद जाएंगे।

इस संबंध में लालकुआं कोतवाल दिनेश फर्त्याल ने कोतवाली परिसर में क्षेत्रवासियों के साथ बैठक की और क्षेत्र के लोगों को तीनों नए कानून के संबंध में जानकारी दी।

इस दौरान उन्होंने कहा कि नए भारत की दिशा में यह एक बड़ी प्रक्रिया है जिसके लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता रहेगा ताकि सभी लोगों को तीनों नए कानून की सही से जानकारी मिल सके।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी वर्चुअल माध्यम से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से बैठक की जिसकी लाइव टेलीकास्ट बड़ी स्क्रीन पर कोतवाली परिसर में दिखाया गया।

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