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प्यार इंसान को क्या-क्या करने को मजबूर करता है जिससे वशीभूत होकर आदमी अपराध करने को भी तैयार हो जाता है ऐसी ही एक घटना में प्रेम में पागल एक महिला ने अपने प्रेमी को घर बुलाकर चोरी करवाई और अज्ञात लुटेरों द्वारा लूट का मामला पुलिस में दर्ज करवा दिया

यह हैरतनाक घटना उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नगीना की है जहां एक दिन पहले पेंट व्यापारी के घर पत्नी के साथ गैंगरेप और लूट की घटना पुलिस द्वारा की गई जांच में पूरी तरह से झूठी निकली। घटना की गूंज प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक पहुंचने के बाद हरकत में आयी पुलिस ने महज कुछ घंटे बाद ही झूठी कहानी से पर्दा उठा दिया।
आपको बता दें कि व्यापारी की पत्नी का पिछले लगभग 12 वर्षों से एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था पुलिस ने व्यापारी की पत्नी के प्रेमी को गिरफ्तार करने के बाद व्यापारी की पत्नी के खिलाफ भी कार्यवाही की तैयारी कर ली है।

आपको बता दें कि बिजनौर के नगीना में थोक व्यापारी को बंधक बनाकर उसके घर में लूटपाट और पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही सिगरेट से जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे थे । जिसपर डीआइजी मुरादाबाद ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस घटनाक्रम के बीच पुलिस गुपचुप अपने तरीके से कड़ियां सुलझाने में जुटी रही. और पुलिस ने इस उलझन को सुलझाने में कामयाब होकर जब खुलासा किया तो हर कोई भौंचक्का रह गया। इतनी बड़ी लूट की झूठी कहानी मोबाइल ने ही खोल कर रख दी ।

पूरे दिन चले इस घटना क्रम के बाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया. आरोपी पुष्पेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद उसने बताया कि पिछले 12 साल से कारोबारी की पत्नी से दोस्ती है। दोनों अपना अधिकांश समय एक दूसरे से फोन पर बात करने में गुजारा करते थे पुष्पेंद्र ने अपनी ही आईडी पर सिम लेकर व्यापारी की पत्नी को दिया था।
पुलिस ने बताया कि गहन जांच में सामने आया कि उसे व्यापारी की पत्नी ने फोन करके खुद घर बुलाया था. उसके बाद पूर्व नियोजित योजना के अनुसार आरोपी कटर लेकर पहुंचा और कटर से अलमारियों के ताले काटकर आभूषण और नकदी चोरी कर ली महिला ने खुद के आशिक द्वारा की गई चोरी को लूट का रूप देने के लिए खुद ही चोट के निशान भी बनाए और जब खुलासा हुआ तो लगाया गया बलात्कार का आरोप भी झूठा ही निकला ।
एएसपी देहात राम अर्ज के द्वारा दी गई जानकारी में पता चला कि बुधवार सुबह सूचना मिलते ही जब उन्होंने कारोबारी के घर का निरीक्षण किया। तो पहली नजर में ऐसा लगा कि बदमाशों के लिए इतनी ऊंची दीवार पर चढ़ना नामुमकिन है, और घनी आबादी के बीच व्यापारी का मकान होने के कारण आठ से दस दीवारें चढ़कर लूट करना भी ना मुमकिन सा दिखाई देता है तथा शाम होते ही ऐसी वारदात को अंजाम देना बहुत मुश्किल है। ऐसे में डकैती की सूचना मिलने पर प्रथमदृष्टया उस पर संदेह के बादल मंडरा रहे थे

इस बहुचर्चित लूट और गैंग रेप की झूठी कहानी उजागर होने के बाद अब पुलिसकर्मियों ने भी राहत की सांस ली है. क्योंकि यदि लूट वास्तव में हुई होती तो अनेक पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिर सकती थी।
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर एसपी ने नगीना देहात थानाध्यक्ष विकास कुमार को थाने से हटा दिया था और आशंका थी कि कई अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई स्थानांतरण एवं निलंबन की तलवार लटक रही थी किंतु अब खुलासे के बाद नगीना देहात पुलिस ने राहत की सांस मिली है.

स्रोत -गूगल

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