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पिछले तीन वर्ष से छात्रावास में रह रही एक छात्रा ने एक बच्चे को जन्म दिया है जिससे छात्रावास की व्यवस्था पर उंगली उठने लगी हैं

घटना छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले की है जहां एक सरकारी छात्रावास में इंटरमीडिएट में पढ़ने वाली छात्रा ने एक बालक को जन्म दिया है पिछले 3 वर्ष से छात्रावास में रह रही छात्रा द्वारा बच्चे को जन्म दिए जाने से जिला प्रशासन ने छात्रावास अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है

हालांकि मिली जानकारी के अनुसार 20 वर्षीय यह छात्रा पिछले 2-3 साल से अपने परिवार की सहमति से एक युवक के साथ रिश्ते में थी। बीजापुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) बलिराम बघेल ने बताया कि गंगालूर इलाके में पोर्टा केबिन छात्रावास में 12वीं कक्षा की एक छात्रा ने मंगलवार की रात को पेट दर्द और बेचैनी की शिकायत छात्रावास स्टाफ से की थी, जिसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया और वहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया। बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें सुबह घटना की जानकारी मिलने पर वह अन्य अधिकारियों के साथ छात्रावास और अस्पताल पहुंचे।

बघेल ने आगे बताया कि उक्त छात्रा 12वीं कक्षा की पढ़ाई करते हुए तीन विषय की परीक्षा में शामिल हो चुकी है उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि छात्रा पिछले लगभग तीन साल से एक लड़के के साथ रिश्ते में थी जिसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने अस्पताल में दोनों के अभिभावकों से भी मुलाकात की। बघेल ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह सारी लापरवाही छात्रावास अधीक्षिका की ओर से पाई गई है, क्योंकि उन्हें छात्राओं की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पता होना चाहिए था। बघेल ने यह भी बताया कि इस मामले में जिलाधिकारी ने छात्रावास अधीक्षिका अंशू मिंज को निलंबित कर दिया है तथा मामले की जांच की जा रही है

पत्रकारों सेबातचीत करते हुए छात्रावास अधीक्षिका मिंज ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में छात्रावास में ‘सिकल सेल एनीमिया’ परीक्षण शिविर लगाया था, लेकिन प्रशिक्षण शिविर में किसी भी छात्रा में गर्भावस्था का कोई लक्षण नहीं बताया गया था।

आपको बता दें कि पोर्टा केबिन नक्सल से प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल के बुनियादी ढांचे के लिए पूर्व-निर्मित संरचनाएं हैं। बस्तर क्षेत्र में कुछ नक्सल प्रभावित स्थानों पर स्कूल और छात्रावास दोनों की सुविधाएं मौजूद हैं जबकि अन्य स्थानों पर केवल छात्रावास की ही सुविधा है। केवल आवासीय सुविधा वाले पोर्टा केबिन में ही रहने वाले छात्र छात्रा स्कूली शिक्षा के लिए पास के स्कूलों में जाते हैं।

सूत्र– इंटरनेट मीडिया

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