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आपको बता दें आज से सावन महीने की शुरुआत हो रही है। जिसके चलते सुबह से ही मंदिरों में भक्तो का तांता लगना शुरू हो गया है तथा मदीरों में विशेष पूजा अर्चना का प्रबंध किया गया है।जिसका पहला सोमवार आज है तथा अंतिम सोमवार 19 अगस्त को है इस बार सावन में कुल पांच सोमवार पड़ रहे हैं। आज पहला सोमवार सर्र्वाथीसिद्धि प्रीति आयुष्मान योग के साथ सुरु हो रहा है।जिसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत सुबह माना जाता है।इससे पहले ऐसा योग 27 जुलाई 1953 में बना था।

फोटो इंटरनेट मीडिया:

क्यूं खास है। सावन का पावन महीना।

भगवान शिव को सावन का महीना अत्यंत प्रिय है।जो भी भक्त इस महीने में भगवान शिव की विधिवतरूप से पूजा करता है।उसकी सभी मनोकामना पूरी होती हैं।तथा सभी दुख व कष्ट दूर होते है।

शिव जी को क्यों प्रिय है सावन का महीना।

 

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राजा दक्ष के यज्ञ में आत्मदाह करने के बाद माता सती का दूसरा जन्म माता पार्वती के रूप में हुआ था। माता पार्वती ने शिवजी को प्राप्त करने के लिए कठोर तप किया था जिसके चलते सावन के माह में शिवजी ने माता से विवाह किया था। इसलिए उन्हें यह माह प्रिय है।

 

इसी से जुड़ी एक कथा यह भी है की जब देव और दैत्यों ने मिलकर समुद्र मंथन किया मंथन तो उसमे सबसे पहले विष निकला जिससे सभी दैत्य और देवता घबरा गए तब शिव जी ने वह विष ग्रहण कर लिया तथा उसे अपने गले में रोक लिया जिस कारण वह नीलकंठ कहलाए विष के कारण उनके शरीर का ताप बड़ने लगा जिस कारण देवताओं ने उन पर शीतल जल की वर्षा की और क्योंकि सावन की फुहांरे उस वर्षा का प्रतीक हैं इसलिए शिव जी को सावन महीना अति प्रिय है।

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